तुहेंसब मूर्तिके बलिदान चढैल भोजन, जानवरके खून, घैच मोचारिके मार्ल जानवरके मास आर व्यबिचारसे अलग रह। यी बातसिसे अलग रहभ ते तोरसिके लिए बढियाँ हैतहौं। बाँकी सब कुशल।
तुहेंसब कहैछैं, “हमेसब कुछु भी करैके लिए आजाद छियै।” हौं, मगर आपनसिके लिए सभे कुछु बढियाँ नैछै। अपनासब कुछु भी करैके लिए आजाद छियै, मगर सभे कुछु परमेश्वरमे आपनसिके विश्वासके मजगुत नैबनाबैछै।
तोरासिके यी करना चाही, तुहेंसब बजारमे बेच्ल ज्यावाला कोनो भी मासके ख्या सकैछैं। बेचेवाला आदमीसिके यी नै पुछ कि यी मूर्तिसिके लिए चढैल गेलै रहे या नै, आर फेर तोरसिके विवेक तोरासिके दोष नैलगैतौ।