1 पतरस 1:17 - कुल्वी17 होर ज़ैबै तैंईंयैं तुसै हे पिता बोलिया तेई हागै प्रार्थना केरा सी, ज़ो बगैर पक्षपातै रै हर एकी रै कोमै रै मुताबक न्याय केरा सा ता, आपणै परदेशी होंणै रा बौक्त डौरा सैंघै बितात्। Faic an caibideilबाघली सराज़ी नऊंअ बधान17 ज़ेभै तम्हैं प्राथणां करा, तम्हैं बोला परमेशरा लै आपणअ बाप्पू। पर एसा गल्ला डाहा आद कि सह निं कोही लै भेदभाब करदअ। सह करा हरेकी मणछो न्याय तिन्नें कामां भाल़ी। तै ज़ेभै तैणीं तम्हैं एसा पृथूई दी परदेसी ज़िहै आसा, तम्हां लागा परमेशरो अदर डाही करै ज़िन्दगी ज़िऊंणीं। (2 इतिहास 19:7; भज़न; 28:4; याशायाह 59:18; यिर्मयाह 3:19; 17:10) Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम17 होर जेबा कि तमे हे बापू बोली करे तेऊका प्रार्थना करे जोह बिना पक्षपात हर एकी रे कामा रे साबे न्याय करा तेबा आपणे परदेशी हूँणे रा वक्ता डरा में बिता। Faic an caibideil |
तिन्हैं आपणै किछ़ च़ेले हेरोदिया हागै भेज़ै। तिन्हैं लोकै यीशु बै बोलू, “ओ गुरू, आसै ज़ाणा सी कि तू बड़ा सच़ा सा होर ऐसा गैला री किछ़ भी परवाह नी केरदा कि लोका कि सोच़ा सी। किबैकि तू मांहणु रै रुतवै पैंधै ध्यान नी देंदा बल्कि परमेश्वर रै बारै न सच़ी शिक्षा देआ सा। आसाबै दस, महाराज़ै बै कर देणा सही सा कि नी?