2 की हाऊं बड़अ दुखी साहा, होर मेरा मन सदा दुखी हुंदा।
2 कि मुँभै बड़ा दुःख सा, होर हांऊँ आपणै लोका री तैंईंयैं हमेशा दुःखी रौहा सा।
हमारे भाईयो मेरे मना री इच्छा होर परमेश्वरा वै मेरी प्रार्थना साहा की उद्धार त्याह पाए।
हाऊं तमा बे मसीहा मे सच बोला कि हाऊ झुठ नांई बोल्दअ मेरी बुध्दी भी पवित्र आत्मा में गुआई दिन्दा।
किबेकि हाऊं एडा चाहन्दा की आपणे भाई जोह मेरे शरीर संघे रिशतेदार साहा, हाऊं आपु ही मसीहा में शापित हुंदा।
किबेकि बहू लोका एडी चाल च़ला, ज़ासकी चर्चा मांई तमे संघा भी-भी करी होर ऐबा भी लेरी-लेरी करे बोला कि त्याह आपणी चाल-च़लना का मसीहा रे क्रुसा रे बईरी साहा,
होर महा आपणे दुई गुआही वै यह अधिकार दीणा, की कांबल़ी ढयाही करे एक हज़ार शाठ धियाड़ी तणी भविष्यवाणी करे।