होर कई एडा ना हो कि मेरअ परमेश्वर मेरे अशुद्ध हुणे का थारे अखे ईहंणे में महा पेन्दे दबाब पाए होर महा बहू बे भी शोक करणा पडे, जूणी पहिले पाप करू थी, होर गन्दे काम ब्यभिचार होर लुचपना का, जोह जूणी करू, मन नांई फेरु।
होर तेऊवै तेऊ जानबरा री मूर्ति में प्राण पाऊणे रा आधिकार दीना, सह जानबरा री मूर्ति बोलदी लागी थी होर जोह लोका तेसा मूर्ति री पूजा नांई करले त्याह मारने।
तेऊ जानबरा बे यह भी अधिकार दिना दा, कि पवित्र लोका संघे लडे, होर त्याह पेन्दे जय पाए होर तेऊरे एक कुला में होर सभी जातियो होर भाषा रे लोका पेन्दे अधिकार दिना दा साहा।
किबेकि तेऊरे ब्यभिचारा रे तगडे मदिरा री बझा का सारी जाति पड़ी दी थी, होर धरती रे राजे तेसा संघे व्यभिचार करू; होर धरती रे व्यापारी तेसके सुख विलासा रा बोझ कअ सेठ होई।
किबेकी तेऊरे फैंसले सच्ची होर ठीक साहा। तेबा की तेऊ तेसा बड़ी वैश्या का जोह आपणे ब्यभिचारा कअ धरती बे नष्ट करा थी, न्याय करू होर तेता कअ आपणे सेबका रे लोहू रे बदला लउ।
पर जोह डरपोक होर जोह अबिश्बासी, घिनोन, हत्या करन आले, जादू करन आले, मूर्ति पूजा करन आले, होर सभी रअ झूठअ भाग झीला में भेटण, जो आगी होर गन्धका संघे जलदी रहंदा यह दूजी मऊत साहा।
होर मणश जोह तेसा महामारी का नांई मुए थी आपणे हाथा रे कामा का मन फिरऊ, की त्याह दुष्टात्मा री तरफा का होर सुने होर चांदी होर पीतल होर पाथर होर काठा री मूर्ति री पूजा नांई करे, जोह नांई हेरदी होर ना चली सकदी।