रुत 4:6 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20196 तब उसके नज़दीक के क़रीबी रिश्तेदार ने कहा, “मै अपने लिए उसे छुड़ा नहीं सकता ऐसा न हो कि मैं अपनी मीरास ख़राब कर दूँ। उसके छुड़ाने का जो मेरा हक़ है उसे तू ले ले क्यूँकि मैं उसे छुड़ा नहीं सकता।” Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस6 यह सुनकर रिश्तेदार ने कहा, “फिर मैं इसे ख़रीदना नहीं चाहता, क्योंकि ऐसा करने से मेरी मौरूसी ज़मीन को नुक़सान पहुँचेगा। आप ही इसे ख़रीदकर छुड़ाएँ।” Faic an caibideil |