मुकाशफ़ा 3:3 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20193 पस याद कर कि तू ने किस तरह ता'लीम पाई और सुनी थी, और उस पर क़ाईम रह और तौबा कर। और अगर तू जागता न रहेगा तो मैं चोर की तरह आ जाऊँगा, और तुझे हरगिज़ मा'लूम न होगा कि किस वक़्त तुझ पर आ पडूँगा। Faic an caibideilउर्दू हमअस्र तरजुमा3 इसलिये जो तालीम तुम ने पाई और सुनी थी उस पर क़ाइम रह और तौबा कर। लेकिन अगर तू बेदार न हुआ तो मैं चोर की मानिन्द अचानक आ जाऊंगा और तुझे ख़बर भी न होगी के मैं किस घड़ी तुम्हारे पास आ जाऊंगा। Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस3 चुनाँचे जो कुछ तुझे मिला है और जो तूने सुना है उसे याद रखना। उसे महफ़ूज़ रख और तौबा कर। अगर तू बेदार न हो तो मैं चोर की तरह आऊँगा और तुझे मालूम नहीं होगा कि मैं कब तुझ पर आन पड़ूँगा। Faic an caibideil |