मुकाशफ़ा 18:3 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20193 क्यूँकि उसकी हरामकारी की ग़ज़बनाक मय के ज़रिए तमाम क़ौमें गिर गईं हैं और ज़मीन के बादशाहों ने उसके साथ हरामकारी की है, और दुनियाँ के सौदागर उसके 'ऐशो — ओ — अशरत की बदौलत दौलतमन्द हो गए।” Faic an caibideilउर्दू हमअस्र तरजुमा3 क्यूंके सब क़ौमों ने उस की ज़िनाकारी के क़हर की मय पी है। रूए ज़मीन के बादशाहों ने उस के साथ ज़िना किया है, और दुनिया के ताजिरान उस की बड़ी ऐश-ओ-इशरत की बदौलत दौलतमन्द हो गये।” Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस3 क्योंकि तमाम क़ौमों ने उस की हरामकारी और मस्ती की मै पी ली है। ज़मीन के बादशाहों ने उसके साथ ज़िना किया और ज़मीन के सौदागर उस की बेलगाम ऐयाशी से अमीर हो गए हैं।” Faic an caibideil |