मुकाशफ़ा 16:5 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20195 और मैंने पानी के फ़रिश्ते को ये कहते सुना, “ऐ क़ुद्दूस! जो है और जो था, तू 'आदिल है कि तू ने ये इन्साफ़ किया। Faic an caibideilउर्दू हमअस्र तरजुमा5 तब मैंने सब पानियों पर इख़्तियार रखने वाले फ़रिश्ते को ये कहते सुना, “ऐ क़ुददूस ख़ुदा तो जो है और जो था, तू आदिल है के तूने ऐसा इन्साफ़ किया; Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस5 फिर मैंने पानियों पर मुक़र्रर फ़रिश्ते को यह कहते सुना, “तू यह फ़ैसला करने में रास्त है, तू जो है और जो था, तू जो क़ुद्दूस है। Faic an caibideil |