13 और ज़ारह, जिससे ज़ारहियों का ख़ान्दान चला; और साऊल, जिससे साऊलियों का ख़ान्दान चला।
और बनी शमौन यह हैं: यमूएल और यमीन और उहद और यकीन और सुहर और साऊल, जो एक कना'नी 'औरत से पैदा हुआ था।
आठवे महीने के लिए आठवाँ सरदार ज़ारहियों में से हूसाती सिब्बकी था, और उसके फ़रीक़ में चौबीस हज़ार थे।
दसवें महीने के लिए दसवाँ सरदार ज़ारहियों में से नतूफ़ाती महरी था, और उसके फ़रीक़ में चौबीस हज़ार थे।
और शमौन के बेटे जिनसे उनके ख़ान्दान चले यह हैं, या'नी नमूएल, जिससे नमूएलियों का ख़ान्दान चला; और यमीन, जिससे यमीनियों का ख़ान्दान चला; और यकीन, जिससे यकीनियों का ख़ान्दान चला;
तब बनी शमौन के ख़ान्दानों में से बाईस हज़ार दो सौ आदमी गिने गए।
फिर वह यहूदाह के ख़ानदानों को नज़दीक लाया, और ज़ारह का ख़ानदान पकड़ा गया। फिर वह ज़ारह के ख़ानदान के एक एक आदमी को नज़दीक लाया, और ज़ब्दी पकड़ा गया।