गिनती 10:34 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 201934 और जब वह लश्करगाह से रवाना होते तो ख़ुदावन्द का बादल दिन भर उनके ऊपर छाया रहता था। Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस34 जब कभी वह रवाना होते तो रब का बादल दिन के वक़्त उनके ऊपर रहता। Faic an caibideil |