14 जद्द के क़बीले से इलियासफ़ बिन द'ऊएल,
14 जद के क़बीले से इलियासफ़ बिन दऊएल,
आशर के क़बीले से फ़ज'ईएल बिन 'अकरान,
नफ़्ताली के क़बीले से अख़ीरा' बिन 'एनान।”
और जद्द के क़बीले के लश्कर का सरदार द'ऊएल का बेटा इलियासफ़ था।
फिर जद्द का क़बीला हो, और र'ऊएल का बेटा इलियासफ़ बनी जद्द का सरदार हो;
और छटे दिन द'ऊएल के बेटे इलियासफ़ ने जो जद्द के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।