2 और उनकी मीरास में बैरसबा' यासबा' था और मोलादा।
2 उसे यह शहर मिल गए : बैर-सबा (सबा), मोलादा,
तब अब्रहाम ने सुबह सवेरे उठ कर रोटी और पानी की एक मश्क ली और उसे हाजिरा को दिया, बल्कि उसे उसके कन्धे पर रख दिया और लड़के को भी उसके हवाले करके उसे रुख़सत कर दिया। इसलिए वह चली गई और बैरसबा' के वीराने में आवारा फिरने लगी।
इसीलिए उसने उस मक़ाम का नाम बैरसबा' रख्खा, क्यूँकि वहीं उन दोनों ने क़सम खाई।
और अमाम और समा' और मोलादा,
और हसर सु'आल और बैरसबा'और बिज़योत्याह,
और दूसरा पर्चा शमौन के नाम पर बनी शमौन के क़बीले के वास्ते उनके घरानों के मुवाफ़िक़ निकला और उनकी मीरास बनी यहूदाह की मीरास के बीच थी।
और हसार स'ऊल और बालाह और 'अज़म।