यरमियाह 9:1 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20191 काश कि मेरा सिर पानी होता, और मेरी आँखें आँसुओं का चश्मा, ताकि मैं अपनी बिन्त — ए — क़ौम के मक़्तूलों पर रात दिन मातम करता! Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस1 काश मेरा सर पानी का मंबा और मेरी आँखें आँसुओं का चश्मा हों ताकि मैं दिन-रात अपनी क़ौम के मक़तूलों पर आहो-ज़ारी कर सकूँ। Faic an caibideil |