यरमियाह 51:43 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 201943 उसकी बस्तियाँ उजड़ गईं, वह ख़ुश्क ज़मीन और सहरा हो गया ऐसी सरज़मीन जिसमें न कोई बसता हो और न वहाँ आदमज़ाद का गुज़र हो। Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस43 उसके शहर रेगिस्तान बन गए हैं, अब चारों तरफ़ ख़ुश्क और वीरान बयाबान ही नज़र आता है। न कोई उसमें रहता, न उसमें से गुज़रता है। Faic an caibideil |