यरमियाह 32:11 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 201911 तब मैंने उस क़बाले को लिया, या'नी वह जो क़ानून और दस्तूर के मुताबिक़ सर — ब — मुहर था, और वह जो खुला था; Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस11-12 इसके बाद मैंने मुहरशुदा इंतक़ालनामा तमाम शरायत और क़वायद समेत बारूक बिन नैरियाह बिन महसियाह के सुपुर्द कर दिया। साथ साथ मैंने उसे एक नक़ल भी दी जिस पर मुहर नहीं लगी थी। हनमेल, इंतक़ालनामे पर दस्तख़त करनेवाले गवाह और सहन में हाज़िर बाक़ी हमवतन सब इसके गवाह थे। Faic an caibideil |