यसायाह 10:1 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20191 उन पर अफ़सोस जो बे इन्साफ़ी से फ़ैसले करते हैं और उन पर जो ज़ुल्म की रूबकारें लिखते हैं; Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस1 तुम पर अफ़सोस जो ग़लत क़वानीन सादिर करते और ज़ालिम फ़तवे देते हो Faic an caibideil |