9 सपाय लोगमन हुनके हिन्ड़ते बुलते आउर माहापुरू चो स्तुति करते दकुन भाती,
9 सब लोग हुन न ओ ख चलत फिरत अर परमेस्वर की स्तुति करते देखो,
जिदलदाय हुन ऐ गोठमन बल्लो, तेबे हुनचो सपाय बिरूदी लाज होऊन गेला, आउर पुईतराय भीड़ हुन महिमा चो काममन ले जोन हुन करते रलो, हरिक होली।
लोगमन पौलुस चो ऐ काम दकुन भाती लुकाउनीया चो भाषा ने जोर ले बल्ला, “देव माने चो रूप ने होऊन भाती आमचो लगे उतरून ईलो से।”
“आमी ऐ मानेमन चो संगे काय करूं दे? कसनबल्लोने यरूशलेम चो सपाय रतो बितामन थाने उजागर आसे, कि ऐ मन चो बाटले गोटक नामी चिना दकाया गेली से; आउर आमी हुनचो इन्कार नी करूक सकु।”
तेबे हुनमन-हुनमन के आउर धमकाऊन भाती छांडुन दिला, कसनबल्लोने लोगमन चो कारन हुनमन के डण्ड देतोर कोनी दाँव नी मिरली, ऐईकाजे कि जोन घटना होऊ रली हुनचो कारन सपाय लोग माहापुरू चो बड़ाई करते रवत।