तीतुस 1:1 - गढवली नयो नियम1 या चिट्ठी पौलुस कि तरपां बट्टी च, मि पिता परमेश्वर कु सेवक अर यीशु मसीह कु प्रेरित छो, मि तैं पिता परमेश्वर का चुणयां लुखुं का विश्वास तैं मजबूत कनु कु अर ऊं तैं यीशु मसीह की सच्ची शिक्षाओं तैं जनण मा मदद कनु कु चुणै गै, कि उ इन जीवन जियां जु पिता परमेश्वर तैं खुश करदो। Faic an caibideilGarhwali1 हे मेरा भै-बैंणो मि पौलुस, परमेस्वर को सेवक अर यीशु मसीह को खास चेला छौं। मितैं इलै भेजि गै, ताकि मि परमेस्वर का द्वारा चुण्यां लोगु तैं बिस्वास अर सच्चै का ज्ञान मा मजबूत कैरी सैकु, अर ऊ लोग परमेस्वर की इच्छा का मुताबिक जीवन जी सैका। Faic an caibideil |
यां मा कुई शक नीच कि भक्ति कु भेद गैरु-गम्भीर च, मसीह जु मनिख का रूप मा प्रकट हवे, पवित्र आत्मा का द्वारा पिता परमेश्वर का नौंनो का रूप मा साबित किये गै, स्वर्गदूतों तैं दिखै गै अन्य-जातियों का लुखुं ल देश-देश मा वेको प्रचार कैरी, दुनिया भर का लुखुं ल वे पर विश्वास कैरी अर महिमा का दगड़ा वे तैं मथि स्वर्ग मा उठै गै।