दिब्य दरस 21:10 - गढवली नयो नियम10 अर पिता परमेश्वर की आत्मा ल मि पर अपड़ो काबू कैरी, अर स्वर्गदूत मि तैं एक भौत ऊँचा डांडा की चोटी पर ली गै अर पवित्र शहर यरूशलेम तैं स्वर्ग बट्टी पिता परमेश्वर मा उतरद देखि। Faic an caibideilGarhwali10 तब पवित्र आत्मा मितैं अपणा ताकत से एक भौत ऊँचा अर बड़ा ढौंडा मा लि गै, अर वेन मितैं पवित्र नगर यरूशलेम दिखै, जु कि स्वर्ग बटि परमेस्वर का पास से मूड़ी उतरणु छौ। Faic an caibideil |
तब पवित्र आत्मा की मदद से, स्वर्गदूत मि तैं एकांत जंगल मा ली गै, आत्मा ल मि तैं अपड़ा वश मा लींनि, अर स्वर्गदूत ल मि तैं एक एकांत जंगल मा पौंछै, अर मिल उख मा एक जनन तैं देखि जु एक जानवर पर सवार छै अर जु लाल रंग को छो। वेका सात मुंड अर दस सींग छा। वेको देह ऊं नौं बट्टी ढकयूं छो जु पिता परमेश्वर की बुरै करदो छो।
हर कुई जु मेरा संदेश तैं समझण चांद, वे तैं वीं बात तैं ध्यान से सुनण चयणु च, जन के एक खम्बा घौर तैं मजबूत बणांद, उन ही के उ भि हमेशा कु पिता परमेश्वर का स्वर्गीय मन्दिर मा राला; और मि वे पर मेरा पिता परमेश्वर को नौं लिखुलु अर पिता परमेश्वर का यरूशलेम शहर को नौं लिखुलु। अर यु उ ही शहर च जु स्वर्ग मा च, मतलब की मेरा पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी मूड़ी आंण। मि वे पर अपड़ो नयो नौं भि लिखुलु।