दिब्य दरस 2:22 - गढवली नयो नियम22 इलै, मि वीं तैं बिमार कैरी दयुलु। अर जु वीं दगड़ी व्यभिचार करदींनि, मि ऊंका भयानक कष्ट सौणा का कारण बणलु, जब तक कि उ जु बुरा काम करदींनि, वे तैं रुकणु कु तैयार नि हवे जा। Faic an caibideilGarhwali22 देख, मि वींतैं इन बिमार करण वळु छौं कि वा खटुला पर ही पोड़ि राली, अर जु वींका दगड़ा मा सरील का गळत सम्बन्ध बणौन्दिन, अगर ऊ वींका जन कामों तैं करण छोड़ि के पस्ताप नि करला, त मिन ऊंतैं बड़ी तकलीफ देण। Faic an caibideil |
इलै अब तू उन के नि जींदी जन तू शुरुआत मा जींदी छै। वेका बारा मा सोच। अब, त्वे तैं अपड़ा पापों बट्टी मुड़ी जांण चयणु च अर ऊं कामों तैं कन शुरू कन चयणु च जु तू शुरुआत का बगत मा करदी छै। अर मन फिरौ अर पैला का जन काम कैर; अर जु तू अपड़ो पापों बट्टी मन नि फिरौ अर अफ तैं नि बदलो त मि त्वे मा औलु अर जख मा तेरु दिवडो रख्युं च वे तैं उख बट्टी हटै के त्वे तैं दण्ड दयुलु।