दिब्य दरस 18:10 - गढवली नयो नियम10 अर ऊं तैं डौर च कि उ भि वीं का दण्ड मा फंसी जाला अर दूर बट्टी खड़ा हवे के बुलला, हे बड़ा शहर, बाबेल! हे मजबूत शहर, हाय! हाय! थोड़ा ही बगत मा पिता परमेश्वर ल त्वे तैं नाश कैरेले।” Faic an caibideilGarhwali10 अर वीं की पीड़ा तैं देखि के डऽरला अर दूर खड़ा ह्वेके बुलला, “‘हे बड़ा नगर बेबीलोन, त्वे पर हाय च, तू जु ताकतबर नगर छैई एक घन्टा मा ही त्वेतै दण्ड मिली गै।’ Faic an caibideil |
बाबेल को बड़ो शहर तीन हिस्सों मा बंटे गै, अर पूरी दुनिया का सैरा शहर नष्ट हवे गैनी। किलैकि पिता परमेश्वर ल उ पूरो कैरी जैको वेल बाबेल की जातियों का दण्ड का बारा मा वादा कैरी छो। यूं तैं पिता परमेश्वर की तरपां बट्टी कठोर दण्ड दिए जालो। यु इन होलो जन ऊंल बगैर पांणी मिल्युं दाखमधु तैं पियेले हो, जै तैं पिता परमेश्वर ल अफ ही वे प्याला मा उण्डेली हो जु वेका गुस्सा तैं बतांद।