दिब्य दरस 12:10 - गढवली नयो नियम10 फिर मिल स्वर्ग मा बट्टी यु बड़ो शब्द आंद सूंणि, अब हमारो पिता परमेश्वर अपड़ा विश्वासी लुखुं तैं उद्धार दयालो! अब उ अपड़ी सामर्थ को इस्तेमाल करलो अर राजा का रूप मा काम करलो! अब वेको मसीह दुनिया पर अपड़ो अधिकार को दावा करलो! किलैकि अब शैतान हमारा पिता परमेश्वर की उपस्थिति मा खड़ो हवे के हमारा दगड़िया सेवकों पर दिन-रात भंगार नि लगालो। किलैकि वे तैं स्वर्ग का राज्य बट्टी भैर फेंके द्ये गै! Faic an caibideilGarhwali10 तब मिन स्वर्ग मा एक ऊँची आवाज तैं इन ऐलान करद सुणी, “सुणा, अब हमरा परमेस्वर की तरफा बटि मिलण वळु छुटकारा, अधिकार अर राज की स्थापना ह्वे गै, अर वेका मसीह को राज कन को अधिकार परगट ह्वे गै, किलैकि हमरा बिस्वासी भै-बैंणो पर दोष लगौण वळा तैं मूड़ी ढुळै गै, अर यू वु छौ जैन पिता परमेस्वर का समणि रै के ऊं पर दिन-रात दोष लगौण को काम कैरी। Faic an caibideil |