दिब्य दरस 11:2 - गढवली नयो नियम2 पर स्वर्गीय मन्दिर का भैर का चौक तैं नि नाप; किलैकि उ, ऊं लुखुं तैं दिये गै जु पिता परमेश्वर तैं नि जणदींनि, अर उ बयालीस मैना तक मेरा पवित्र शहर पर राज्य करला। Faic an caibideilGarhwali2 पर मन्दिर का भैर वळा बरण्डा तैं छोड़ि दे वेतैं नि नाप, किलैकि उ ऊंतैं दिये गै जु यहूदी जाति का नि छिन, अर यू लोग सढ़े तीन साल तक पवित्र नगर का लोगु पर जुलम करला। Faic an caibideil |
जु मूसा की व्यवस्था का अनुसार इन सजा छै, त वे आदिम की सजा भौत बड़ी होली जु पिता परमेश्वर का नौंनो कु तिरस्कार करदींनि; वेल पिता परमेश्वर का नौंनो तैं अपड़ा खुट्टों मुड़ी मींडी येले किलैकि वेल वेको सम्मान नि कैरी; वेल मसीह का ल्वे तैं पवित्र नि मांणी अर अशुद्ध ठैरे जैका द्वारा पिता परमेश्वर ल वे तैं पवित्र बनांणु कु नई प्रतिज्ञा शुरू कैरी; वेल पवित्र आत्मा कु अपमान कैरी जैका द्वारा वे पर दया हवे।