फिलिप्पी 4:8 - गढवली नयो नियम8 इलै, हे विश्वासी भयों, जु-जु बात सच छिनी, अर जु-जु बात आदर का योग्य छिनी, अर जौं तैं भि पिता परमेश्वर धर्मी मणद अर जु-जु बात पवित्र छिनी, अर जु-जु बात मन तैं लुभौण वली छिनी, यानि जु भि बात सम्मान जन अर बड़ै कि छिनी, ऊं पर ही तुम्हरो मन लग्युं रौ। Faic an caibideilGarhwali8 इलै हे मेरा भै-बैंणो, कुछ और बात भि छिन जु की सच्चि अर सोच-विचार करण का लैख छिन, अर यू वु बात छिन जु कि साफ अर पवित्र छिन अर यों बातों बटि प्यार किये जान्दु, अर यू खुश कैर देण वळी छिन, अर यों मा हरेक किसम का गुण पये जनदिन, अर यों बातों की तारीफ किये जान्दी, अर यू वु बात छिन जौं पर लगातार तुमतै अपणु ध्यान लगौण चयेणु। Faic an caibideil |
जु लोग पिता परमेश्वर पर विश्वास नि करदींनि उ तुम पर यु बोलि के गलत भंगार लगै सकदींनि की तुम्हरा काम बुरा छिनी। इलै तुम तैं अपड़ा बरतौ का बारा मा चौकस रांण चयणु च, कि उ तुम्हरा अच्छा बरतौ तैं देखि साका। बाद मा उ स्वीकार करला कि तुम्हरो बरतौ अच्छो च अर जै दिन पिता परमेश्वर दुनिया कु न्याय कनु कु आलो वे दिन परमेश्वर की महिमा करला।
हे प्रियों, हरेक जु पिता परमेश्वर की पवित्र आत्मा बट्टी बुल्णो को दावा करदींनि; ऊंमा बट्टी हरेक पर विश्वास नि करयां, पर आत्माओं तैं परखा, कि उ आत्मा पिता परमेश्वर की तरपां बट्टी च कि न; किलैकि भौत सारा झूठा संदेश दींणवला छिनी जु बुल्दींनि की हम पिता परमेश्वर कि तरपां बट्टी बुल्दियां दुनिया मा ऐ गैनी।