यूहन्ना 5:3 - गढवली नयो नियम3 यूं मा बिजां बिमार जन कांणा, लूला, लंगड़ा, अर सुख्यां अंग वला पांणी का हिलणै कि उम्मीद मा पुड़यां रौंदा छा। Faic an caibideilGarhwali3 अर यां मा बिजांम बिमार मनखि जु की, अन्धा, लूला-लंगड़ा छा, ऊ उख पोड़यां रौन्दा छा। [अर ऊ पाणि हिलण का इंतजार मा रौन्दा छा। Faic an caibideil |