इफिसुस 5:3 - गढवली नयो नियम3 जन पवित्र लुखुं का लैख च, उन ही तुम मा व्यभिचार, अर कै भि किस्मै का गंदा काम, या लोभ कि चर्चा तक नि हो। Faic an caibideilGarhwali3 अर तुम लोगु का बीच मा गळत सम्बन्ध रखण, कै भि किसम का गन्दा काम करण या लालच करण बिल्कुल भि नि होण चयेणी, किलैकि पिता परमेस्वर न तुमतै पवित्र होण खुणि बुलयूं च, इलै तुमरो सभौ पवित्र हो। Faic an caibideil |
जन के चरवाहा अपड़ा ढिबरों की रखवली करद, उन ही तुम तैं भि हर एक की रखवली कन चयणी च जन पिता परमेश्वर ल तुम तैं देखभाल मा रखि। इन तुम अपड़ी इच्छा ल कैरा, किलैकि पिता परमेश्वर यु ही चांद कि तुम इन ही कैरा। इन भस इलै नि कैरा किलैकि तुम तैं इन कनु कु मजबूर किये गै। यु काम इलै नि कैरा किलैकि तुम धन कमौण चदयां पर पिता परमेश्वर अर लुखुं की सेवा कने की इच्छा का दगड़ी किया कैरा।
उ हर एक जनन दगड़ी व्यभिचार कन चयदींनि, जै तैं उ दिखदींनि। उ पाप कना का मौका खुजंण से कभी नि चुकदींनि। उ कमजोर आत्माओं तैं लुभोदींनि अर ऊं लुखुं तैं धोखा दींदिनि जु मसीह पर मजबूत विश्वास नि करदींनि, अर उ ऊं तैं पाप का तरपां लिजांद। ऊंका जादा से जादा चीजों तैं पांणु कु हमेशा बढ़ण वला लालच का कारण पिता परमेश्वर ऊं तैं दण्ड दयालो।
पर मि तैं तेरु बारा मा कुछ शिकैत च, किलैकि तू ऊं लुखुं कु विरोध नि करदी जु झूठी शिक्षा दींदिनि, जन के पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वला बिलाम ल पिछला बगत मा द्ये छै। बिलाम ल राजा बालाक तैं सिखै कि इस्राएल का लुखुं का पाप कनु कु उकसांणु कु क्य कन चयणु च। वेल ऊं तैं मूर्तियों की बलि चढ़यां खांणु, खांण अर अनैतिक रूप से जीवन जींण सिखै।
पर जु मि पर विश्वास नि रखदींनि, ऊं तैं जोर जबरदस्ती ल गन्धक ल जलांण वली वीं झील मा शामिल किये जालो, जु कि दुसरी मौत च अर यु ही परिणाम ऊंको भि होलो, जु लुखुं का संमणी मि तैं स्वीकार कन से डरदींनि, बुरा काम करदींनि, जु हत्यारा छिनी, यौन रूप बट्टी अनैतिक छिनी, जादु-टूणा करदींनि अर मूर्तियों की पूजा करदींनि अर झूठ बुल्दींनि।”