उ सभि कुछ सै सकदींनि, प्रेम हम तैं हर हालत मा विश्वास रखणा का योग्य बणद, यु हम तैं पिता परमेश्वर मा अपड़ी आस बणै रखण मा लैक बणद, यु मुसिबतों अर पिड़ा का चलद भि धीरज रखण सिखांद।
एक सिपै तैं कभी भि अपड़ो खर्च अफी नि दींण पुड़दो; जब एक आदिम अंगूरों कु बगिचा लगौंद, त वे तैं वेको फल खांणो कु भि अधिकार हूंद; अर एक चरवाहा तैं अपड़ी ढिबरों बट्टी दूध पींणो कु भि अधिकार हूंद।
जु हम पर मुसिबत आंदी, त य तुम्हरी शान्ति अर उद्धार कु च अर जु हम शान्ति पौंदयां, त यु तुम्हरी शान्ति कु च; जैका प्रभाव बट्टी तुम धीरज का दगड़ी ऊं दुःखों तैं सै लींदियां, जौं तैं हम ल भि सै।
या चिट्ठी मि पौलुस कि तरपां बट्टी च, मि हमारा पिता परमेश्वर की तरपां बट्टी प्रभु यीशु मसीह का प्रेरित हूंणु कु चुणै ग्यूं। कि मि प्रचार कैर साको, की पिता परमेश्वर ल यीशु मसीह पर विश्वास कन पर अनन्त जीवन दींण को वादा कैरी।
इलै तु हमारा प्रभु की गव्है दींण मा शर्मिन्दा नि हो, अर इलै भि शर्मिंदा नि हो कि मि वेकी सेवा कना का कारण कैद मा छो। बल्कि त्वे तैं वीं सामर्थ को इस्तेमाल कन चयणु च जु पिता परमेश्वर त्वे तैं दींद अर शुभ सन्देश कु मेरा दुखों मा मेरू दगड़ी दे।
अर लुखुं ल मि तैं सतै, ज्यांका कारण मिल भौत दुःख उठै, तुम तैं पता च कि अन्ताकिया इकुनियुम अर लुस्त्रा नगरों मा मि पर कन-कन जुल्म हवीनि, फिर भि ऊं सभियूं मा प्रभु ल मि तैं निकाली।
पर तू सभि बातों मा अफ तैं नियंत्रित रख अर सचेत रौ चाहे दुःख भि उठौ पोडो, शुभ सन्देश का प्रचार कु कठोर मेहनत कनु रौ, अर पिता परमेश्वर का एक सेवक का रूप मा अपड़ी सेवा तैं पूरी कैर जै कु तु चुणै गै।
अर मि अपड़ी विश्वासी बैंण अफफिया अर हमारा विश्वासी भैय अरखिप्पुस, जु एक योद्धा का समान पिता परमेश्वर की सेवा करदो अर वीं मण्डलि की ज्वा तुमारा घौर मा जमा हूंदी ऊंकु भि लिखणु छो।
ऊं पिछला दिनों का बारा मा सोचा जब तुम ल पैली बार मसीह का बारा मा जांणि छो। याद कैरा कि तुम कन विश्वासयोग्य बणयां रयां चाहे तुम तैं यांका खातिर भयंकर कष्ट झिलण भि पोड़ी।
विश्वास बट्टी ही राजा का गुस्सा बट्टी नि डैरी के वेल मिस्र देश तैं छुड़ण मा इस्राएली लुखुं की अगवै कैरी, किलैकि उ समझी गै छो कि यु मांणा इन च जन वेल पिता परमेश्वर तैं देखि, जु अदृश च।
धन्य च उ आदिम, जु अजमैश का बगत भि मजबूत रौंदो; किलैकि जब उ अजमैश तैं पार कैरी दींदो तब पिता परमेश्वर वे तैं अनन्त जीवन को मुकुट दयालो, ज्यांको वादा पिता परमेश्वर ल अपड़ा प्रेम रखण वलो दगड़ी करयूं च।