2 पतरस 2:4 - गढवली नयो नियम4 तुम जंणदा छा कि भौत बगत पैली पिता परमेश्वर ऊं दुष्टदूतों तैं भि दण्ड दींण से नि रुकि जब ऊंल पाप कैरी, पर ऊं तैं मूड़ी नरक मा भेजि दींनि जख ऊं तैं अंधेरा मा जंजीरों मा बंधि के रखदींनि, जबकि उ न्याय कु दिन को इन्तेजार करदींनि जब ऊं तैं दण्ड मिललो जैका उ योग्य छिनी। Faic an caibideilGarhwali4 किलैकि परमेस्वर न पाप करण वळा ऊं स्वर्गदूतों तैं भि नि छोड़ि, बल्किन मा वेन ऊंतैं सजा दिनी। वेन ऊंतैं नरकलोक का सबसे अन्धेरा वळी जगा मा ढोळि दिनी, ताकि न्याय का दिन तक ऊंतैं उख रखै जौ, अर वे दिन पर ऊंतैं दण्ड दिये जौ। Faic an caibideil |
तुम यु भि जंणदा छा कि भौत बगत पैली रौंण वला लुखुं ल पिता परमेश्वर की डौर नि मांणी त पिता परमेश्वर ल ऊं बुरा कामों तैं नजरअंदाज नि कैरी जु उ कना छा। बल्कि पिता परमेश्वर ल पूरी दुनिया तैं भुरण कु पांणी भेजि के ऊं तैं इन दण्ड द्ये कि उ सभि डूबी के नाश हवे गैनी। पर पिता परमेश्वर ल नूह समेत ऊं आठ लुखुं तैं बचै, जौन पिता परमेश्वर का दगड़ी सै हूंण का बारा मा प्रचार कैरी छो।
यु सब काम जु पिता परमेश्वर ल पुरणा बगत मा करिनि, उ हम तैं यु दिखांद कि जु लोग पिता परमेश्वर का अनुसार जीवन जंदींनि, जब उ मुसिबत मा हूंदींनि त पिता परमेश्वर निश्चित रूप से ऊं तैं सुरक्षित रखलो। अर हम यु भि निश्चय कैरी सकदा कि उ दुष्ट लुखुं तैं वे दिन तक लगातार दण्ड दयालो जब तक कि पिता परमेश्वर सभि लुखुं कु न्याय नि करद।