2 पतरस 2:21 - गढवली नयो नियम21 मेरू मतलब यु च, किलैकि पिता परमेश्वर ऊं लुखुं तैं जादा गंभीरता ल दण्ड दयालो जु मसीह तैं छोड़ी दींदिनि बजाय ऊंका जौनु वे तैं कभी स्वीकार नि कैरी। ऊंकु बढ़िया हूंद जु उ कभी यु जंणदा ही न कि अपड़ा जीवन तैं धार्मिकता का रस्ता पर चलंणों को क्य मतलब च। अब उ जंणदा छिनी कि सै क्य च पर ऊंल पिता परमेश्वर की ऊं आज्ञाओं तैं अस्वीकार कैरेले जु हम, प्रेरितों ल ऊं तैं सिखै छै। Faic an caibideilGarhwali21 अर ऊं खुणि भली बात त या ही होन्दी, कि वु धरम का बाटा का बारा मा सच्चु ज्ञान ही नि पौन्दा, अर ज्वा पवित्र आज्ञा ऊंतैं दिये गै वींतैं ऊ लोग अच्छी तरौं से नि जनण चनदिन, बल्किन मा वांको पालन करण ही छोड़ि देन्दिन। Faic an caibideil |
हे विश्वासी भयों, मि तुम तैं वे नया जीवन का बारा मा लिखणु कु हर संभव कोशिश कनु छो जु यीशु मसीह का द्वारा पिता परमेश्वर की तरपां बट्टी आंद अर जै मा हम सभि शमिल छा। पर अब मि ईं चिठ्ठी मा वे उद्धार का बारा मा तुम तैं प्रोत्साहित कनु को दबाव महसूस कनु छो कि तुम मसीही विश्वास तैं पकड़ी के रौंणु कु और भि जादा कोशिश कैरा। पिता परमेश्वर ल अपड़ा लुखुं कु यु विश्वास एक ही बार मा हमेशा कु दे द्ये, अर यु तैं बदले नि जै सकद।