2 पतरस 2:18 - गढवली नयो नियम18 जब उ लुखुं तैं शिक्षा दींदिनि, त उ बेकार अर घमण्ड से भुरयां शब्दों को इस्तेमाल करदींनि। उ लुखुं तैं बतौंदींनि कि उ ऊं शर्मनाक कामों तैं कैरी सकदींनि जु ऊंकी देह कन चांदी अर उ ऊं लुखुं तैं दुबरा पाप कनु कु भरमै दींदिनि जु अभि-अभि इन दुष्टता का जीवन बट्टी बची के निकलयां छिनी। Faic an caibideilGarhwali18 अर झूठ्ठा लोग बेकार कि बात करदिन, अर अपणा गन्दा कामों का द्वारा दुसरा लोगु तैं सरील की बुरी इच्छा मा फंसै देन्दिन। अर अभि-अभि जु लोग सच्चै का बाटा पर चलण लगि गै छा, यू ऊंतैं फिर से भटके देन्दिन। Faic an caibideil |
उ हर एक जनन दगड़ी व्यभिचार कन चयदींनि, जै तैं उ दिखदींनि। उ पाप कना का मौका खुजंण से कभी नि चुकदींनि। उ कमजोर आत्माओं तैं लुभोदींनि अर ऊं लुखुं तैं धोखा दींदिनि जु मसीह पर मजबूत विश्वास नि करदींनि, अर उ ऊं तैं पाप का तरपां लिजांद। ऊंका जादा से जादा चीजों तैं पांणु कु हमेशा बढ़ण वला लालच का कारण पिता परमेश्वर ऊं तैं दण्ड दयालो।
लोग दुनिया की दुष्टता बट्टी बच निकलीनि जब ऊंल यीशु मसीह तैं अपड़ा प्रभु अर उद्धारकर्ता का रूप मा जांणि। पर अब एक बार फिर उ बुरा काम कन मा लुप्त हवे गैनी अर उ बुरा काम अब ऊं तैं वश मा करदींनि, इलै अब मसीह तैं अस्वीकार कना का बाद ऊं की अंतिम दशा ऊंका विश्वासी बनण से पैली की स्थिति बट्टी भि बुरी हवे गै।