2 पतरस 1:6 - गढवली नयो नियम6 तुम तैं समझदारी ल कन कै बरतौ कन चयणु च, बल्कि तुम तैं अपड़ा आप तैं भि वश मा भि कन चयणु च, अर तुम तैं न भस अपड़ा आप तैं वश मा कन चयणु च, बल्कि तुम तैं मुसिबत मा भि धीरज भि रखण चयणु च, अर तुम तैं न भस धीरज रखण चयणु च, बल्कि तुम तैं इन ढंग से जीवन जींण चयणु च जु पिता परमेश्वर तैं खुश करद। Faic an caibideilGarhwali6 अर वे ज्ञान से तुम खुद तैं वस मा रखिल्या, फिर खुद तैं वस मा रखण से सबर रखण जणिल्या, अर सबर रखण से भक्ति करण आली, Faic an caibideil |
यां मा कुई शक नीच कि भक्ति कु भेद गैरु-गम्भीर च, मसीह जु मनिख का रूप मा प्रकट हवे, पवित्र आत्मा का द्वारा पिता परमेश्वर का नौंनो का रूप मा साबित किये गै, स्वर्गदूतों तैं दिखै गै अन्य-जातियों का लुखुं ल देश-देश मा वेको प्रचार कैरी, दुनिया भर का लुखुं ल वे पर विश्वास कैरी अर महिमा का दगड़ा वे तैं मथि स्वर्ग मा उठै गै।
मि यूहन्ना, तुम्हरो दगड़िया विश्वासी, अर मि मसीह कु दुःख सौण मा अर पिता परमेश्वर का राज्य मा अर धीरज मा तुम्हरो दगड़िया छो, जु ऊं लुखुं पर औंदींनि जौको ऊं दगड़ी रिश्ता च। मि तैं पतमुस टापू पर कैदी बणै के भिजे गै छो किलैकि मिल पिता परमेश्वर का वचन कु प्रचार कैरी छो अर यीशु का सच्चा संदेश का बारा मा बतै छो।