2 यूहन्ना 1:4 - गढवली नयो नियम4 जब मिल सूंणि त मि भौत खुशी हवे कि तेरु कुछ नौंना वीं सचै तैं मांणी के जींणा छिनी, जै तैं हमारा पिता परमेश्वर ल हम तैं कनु कु बुल्युं च। Faic an caibideilGarhwali4 अर मितैं यू जाणि के भौत खुशी होन्दी कि तेरा कुछ बच्चा सच्चै का बाटा पर चलणा छिन, ठिक उन्नि जन कि हमतै पिता परमेस्वर की तरफा बटि आज्ञा मिली छै। Faic an caibideil |
जब मिल देखि, कि उ वीं सचै को अनुसरण नि कना छा जु शुभ सन्देश सिखांद, त मिल सभियूं का संमणी पतरस जै कु कैफा भि बुलै जांद छों वेको बोलि, “तु एक यहूदी हवे के भि, अन्यजातियों का रीति-रिवाजों को पालन करदु छै अर यहूदियों को रीति-रिवाजों को पालन नि कनु छै, जु तिल इन करयूं च, त फिर तु अन्यजातियों तैं हम यहूदियों का रीति-रिवाजों कु पालन कनु कु दबाव किलै डलणी छै?”