1 तीमुथियुस 6:9 - गढवली नयो नियम9 पर जु धनवान हूंण चंदींनि, उ सभि किस्मा का पाप कनु कु भौत आसानी ल अजमैश बट्टी धोखा खै जयदींनि, अर एक जानवर जन फन्दा मा फंसी जयदींनि। उ, ऊं चीजों तैं कन चयदींनिं जु ऊंकु मूर्खता अर खतरनाक च अर या इच्छा ऊं तैं बर्बाद अर नाश कैरी दींदि। Faic an caibideilGarhwali9 पर जु सेठ बणण चनदिन ऊ अजमैस मा पोड़दिन, अर जाल अर खतरनाक मनसा मा पोड़ि जनदिन। अर इन मनसा ऊंतैं बिगाड़ि देन्दी, अर विणास का बाटा मा ले जान्दी। Faic an caibideil |
ऊं पर हाय! कि उ कैन का जन दुष्टता बट्टी अपड़ा जीवन तैं चलौंदींनि, जैल अपड़ा भैय की हत्या कैरी किलैकि उ वे बट्टी जलदो छो, किलैकि पिता परमेश्वर ल वेका भैय का बलिदान तैं स्वीकार कैरी छो पर वेका बलिदान तैं न। उ बिलाम का जन च, जैल पिता परमेश्वर का लुखुं तैं पाप कनु कु उकसांणै की कोशिश कैरी, कि उ धन तैं पै सैका जै की पेशकश वे तैं किये गै छै। उ कुयड़ा जन नाश हवे जाला, जैल वे अधिकार का विरुद्ध मा विद्रोह कैरी जु पिता परमेश्वर ल मूसा तैं द्ये छो।