7 किलैकि जब हम पैदा हवे छा त न हम दुनिया मा कुछ लै छा, अर जब हम मुरुला त न कुछ लिजै सकदां।
7 किलैकि ना त हम ईं दुनियां मा कुछ लयां, अर ना ही इख बटि कुछ लेके जै सकद्यां।