1 तीमुथियुस 1:9 - गढवली नयो नियम9 अर इन भि जंणदा कि व्यवस्था धर्मी लुखुं कु नि च, बल्कि अधर्मियों कु, बकवास कन वलो कु, भक्ति नि कन वलो कु, पापी लुखुं कु, अर अपवित्र लुखुं कु, अर अशुद्ध मनिख्युं कु, ब्वे-बुबा कि हत्या कन वलो कु, हत्या कन वलो कु, Faic an caibideilGarhwali9 अर हम यू भि जणद्यां, कि परमेस्वर का नियम-कानून धरमी लोगु खुणि नि दिये गैनी, पर ऊं लोगु खुणि दिये गैनी जु लोग नियम-कानूनों तैं नि मणदिन, अर अधिकारी लोगु की बात नि मणदिन, परमेस्वर को आदर-सम्मान नि करदिन, पाप करदिन, दुष्ट जीवन जीण वळा छिन, अर परमेस्वर की बातों तैं नि मणदिन, अर ब्वे-बबों तैं जान से मरण वळा, अर हत्या भि करदिन। Faic an caibideil |
त फिर पिता परमेश्वर ल कै उद्देश्य बट्टी इस्राएल का लुखुं तैं मूसा की व्यवस्था द्ये? पिता परमेश्वर ल मूसा की व्यवस्था इलै द्ये, कि लोग जांण साका की पाप क्य च? मूसा की व्यवस्था अब्राहम का वे वंश तक बणयूं रौंण छो, जैका बारा मा पिता परमेश्वर ल करार कैरी छै। परमेश्वर ल व्यवस्था मूसा तैं स्वर्गदूतों का द्वारा द्ये, जु पिता परमेश्वर अर लुखुं का बीच जुड़ण वलो छों।
पर जु मि पर विश्वास नि रखदींनि, ऊं तैं जोर जबरदस्ती ल गन्धक ल जलांण वली वीं झील मा शामिल किये जालो, जु कि दुसरी मौत च अर यु ही परिणाम ऊंको भि होलो, जु लुखुं का संमणी मि तैं स्वीकार कन से डरदींनि, बुरा काम करदींनि, जु हत्यारा छिनी, यौन रूप बट्टी अनैतिक छिनी, जादु-टूणा करदींनि अर मूर्तियों की पूजा करदींनि अर झूठ बुल्दींनि।”