1 तीमुथियुस 1:10 - गढवली नयो नियम10 व्यभिचारी अर पुरुषगामी लुखुं कु, मनिख्युं तैं बिचण वलो कु, झूठ बुल्ण वलो कु, अर झूठी सौं खांण वलो कु, ठैरैइं च अर यूं लुखुं का आलावा ऊंकु भि जु सच्चा उपदेश कु विरोध करदींनि। Faic an caibideilGarhwali10 अर जु लोग दुसरो का दगड़ा मा सरील का गळत सम्बन्ध रखदिन, जन कि एक बैख दुसरा बैख का दगड़ा मा अर ठिक उन्नि एक जनानि दुसरि जनानि का दगड़ा मा सरील का सम्बन्ध रखदी हो, अर जु गुलाम लोगु तैं बिकौण को काम करदिन, झूठ्ठ बुल्दिन अर झूठ्ठी कसम खनदिन, अर जु लोग सच्चा उपदेस का विरोध मा जाळसाजि बणौन्दिन, इन्द्रया लोगु खुणि परमेस्वर का रैबर्या मूसा का द्वारा नियम-कानून दियूं च। Faic an caibideil |
इलै इस्राएलियों अर स्वर्गदूतों का जन, ऊं लुखुं तैं भि याद रखा जु सदोम अर अमोरा शहर अर ऊंका अमणी-संमणी का कस्बों मा रांदा छा कि ऊं दगड़ी क्य हवे छो। उ लोग व्यभिचारी हवे गैनी अर हर किस्म का यौन भ्रष्टता बट्टी भुरे गैनी। इलै पिता परमेश्वर ल ऊं तैं आग बट्टी नाश कैरी दींनि। ऊं दगड़ी जु हवे उ झूठा शिक्षकों कु एक चेतावनी बंणि गै कि ऊं तैं भि अनन्त आग बट्टी दण्ड दिये जौं।
पर जु मि पर विश्वास नि रखदींनि, ऊं तैं जोर जबरदस्ती ल गन्धक ल जलांण वली वीं झील मा शामिल किये जालो, जु कि दुसरी मौत च अर यु ही परिणाम ऊंको भि होलो, जु लुखुं का संमणी मि तैं स्वीकार कन से डरदींनि, बुरा काम करदींनि, जु हत्यारा छिनी, यौन रूप बट्टी अनैतिक छिनी, जादु-टूणा करदींनि अर मूर्तियों की पूजा करदींनि अर झूठ बुल्दींनि।”