1 थिस्सलुनीकी 1:1 - गढवली नयो नियम1 या चिट्ठी मि पौलुस, सिलवानुस अर तीमुथियुस की तरपां बट्टी च। जु थिस्सलुनीकियों शहर की विश्वासी मण्डलि का लुखुं कु हम लिखणां छा, जु पिता परमेश्वर अर प्रभु यीशु मसीह बट्टी जुड़यांं छिनी मि प्रार्थना करदु कि पिता परमेश्वर तुम पर अपड़ी कृपा कैरो अर तुम तैं शान्ति मिलदी रौ। Faic an caibideilGarhwali1 हे मेरा भै-बैंणो मि पौलुस छौं, अर मि सिलवानुस अर तीमुथियुस का दगड़ा मा या चिठ्ठी लिखणु छौं। अर या चिठ्ठी थिस्सलुनीकी नगर मा रौण वळा बिस्वासी समुदाय का लोगु खुणि च, जु की पिता परमेस्वर अर प्रभु यीशु मसीह का लोग छिन। अर हम प्रार्थना करद्यां कि, तुम सभ्यों पर परमेस्वर की किरपा अर शान्ति बणि रौ। Faic an caibideil |
मि या छुटी सी चिठ्ठी सिलवानुस (सिलास) का मदद ल लिखणु अर तुम तैं भिजणु छो। मि वे तैं मसीह मा एक विश्वासयोग्य भैय का रूप मा मंणदु छो। मेरू यु तैं लिखणौं को उद्देश्य तुम तैं उत्साहित कन अर तुम तैं आश्वस्त कन कि जु कुछ भि तुम अनुभव कना छा उ वास्तव मा तुम्हरा प्रति पिता परमेश्वर की कृपा को हिस्सा च। ईं कृपा मा स्थिर रावा।