1 पतरस 1:17 - गढवली नयो नियम17 जब तुम प्रार्थना करदा त तुम पिता परमेश्वर तैं अपड़ो पिता बुल्दा। पर याद रखा कि पिता परमेश्वर कै को पक्षपात नि करदो मतलब हर एक ल क्य-क्य कैरी। इलै जबकि तुम ईं धरती पर एक परदेशी हवे के रौंदा त तुम तैं ऊंका प्रति भौत सम्मान का दगड़ी रौंण चयणु च। Faic an caibideilGarhwali17 अर पिता परमेस्वर सब लोगु को न्याय बिना पक्षपात को करदु, इलै अगर जु तुम वेतैं पिता बोलि के प्रार्थना करद्यां, त हे मेरा भै-बैंणो, ईं बात तैं जाणि जा, कि जब तक तुम ईं धरती पर परदेसी लोगु की तरौं जीवन जीणा छाँ, तब तक वे परमेस्वर पर अपणी पूरि सरदा रखी के जीवन ज्या। Faic an caibideil |
ध्यान द्या कि पिता परमेश्वर की तरपां बट्टी अयां दुःख ल तुम मा क्य-क्य बदलाव कैरी; इन उत्सुकता भुरीं जल्दबाजी, अपड़ो पक्ष स्पष्ट कने की इन बड़ी इच्छा, अन्याय का प्रति इन गुस्सा, संकट का प्रति इन सावधानी, मि बट्टी मिलणै की इन जादा इच्छा, सेवा का प्रति इन उत्साह अर दुराचारी तैं दण्ड दींणु कु इन तेजी का द्वारा तुम ल यु साबित कैरेले कि सभि कुछ ठिक-ठाक कनु कु तुम ल कुई भि कमी नि छोड़ी।
पर अपड़ा मनों मा मसीह कु आदर-सत्कार रखा, अर प्रभु का रूप मा वे तैं सम्मान द्या, अर हमेशा हर कै तैं जवाब दींणु कु तैयार रावा जु तुम बट्टी वीं आस तैं समझणु कु पुछदींनि जु सैरा विश्वासी कठ्ठा करदींनि, पर यु तुम नम्र अर सम्मान का दगड़ी कैरा। हमेशा उ ही कैरा जु सही च। फिर जु लोग तुम्हरा विरुद्ध बुरो बुल्दींनि, त उ ही शर्मिंदा होला जब उ मसीह का दगड़ी तुम्हरा सम्बंध का कारण तुम्हरो अच्छो बरतौ तैं दिखला।