5 च चारबै ह्वे मिछु खैबर चारमुँ, धै मिछु खैबइ च चारबै ह्वेए फिर खोंयोंइ ट्होल् आखाँ।
“ओ आमादुमैं, क्हेमैं खोंयों समा ज्ञान बुद्धिलाइ तो धोंइ आङ्हाँन्ले प्ररिमुँ? खोंयों समा आउलाइ प्ह्रबै ताँमैं लसि सैं तोंरिमुँ, ओ आमादुमैं, तले जा, क्हेमैंइ ज्ञान बुद्धिलाइ तो धोंइ आङ्हाँब?
म्हिमैंइ पानस म्रोसि पथि न्होंर आथें। बरु धिं न्होंर मुँब्मैंइ मि म्रोंरिगे बिसि पानस नुबै क्ल्ह्योर थेंम्।
खी ह्युलर युल् खाँल। ह्युल खीजीन् बनेइ, दिलेया ह्युलर्बै म्हिमैंइ खीलाइ ङो आसे।
चमैं मिछु खैबाउँइँले चारबै व्हेर खरिगे धै दुष्टए शक्तिउँइँले फ्रेसि परमेश्वरउँइँ एरिगे बिसि क्हिइ चमैंए मि थोंमिंन्। छले चमैंइ पापए क्षमा योंब्मुँ धै ङए फिर बिश्वास लसि पबित्र तबै म्हिमैं टिबै क्ल्ह्योर चमैं टिल् योंब्मुँ।’
म्हिमैंइ परमेश्वरलाइ पिंल् त्हुबै मान आपिं, छतसि चमैंइ तो लदा ङ्हाँम् लरिगे बिसि पिवाइ।
पबित्र प्ल्ह आरेबै म्हिमैंइ परमेश्वरजी बिबै ताँ क्होल् आखाँ। च ताँ चमैंए ल्हागिर केर आफेबै ताँ धों तम्, तलेबिस्याँ पबित्र प्ल्हजी पिंबै ज्ञान-बुद्धिउँइँले मत्त्रे च ताँमैं क्होल् खाँम्।