11 दिलेया ट्च्यु बर्ष न्होंर्बै म्हरेस्योमैंए मिं सेवा लमिंबर आप्ह्रिद्, तलेबिस्याँ चमैं ब्ह्या लदा ङ्हाँसि ख्रीष्टउँइँले ह्रेंगो तयाम्, धै ब्ह्या लबै सैं लम्।
छाबै म्हिमैंइ ब्ह्या लल् आत बिम्, धै को-कोइ चबै सै या चल् आत बिम्। दिलेया परमेश्वरजी चु तोन्दोंरि सैमैं चबै ल्हागिर बनेइ। छतसि प्रभुलाइ म्हाँदिब्मैंइ क्ह्रोंसेंन्बै ताँ सेबइले धन्यबाद पिंसि चलेन् तम्।
छ लइबिस्याँ चमैंइ “ङम् तारे पिरु बिश्वासीमैंए सेवा लम्” बिबै ताँ म्लेवासि चमैंइ दण्ड योंम्।
छतसि बिरोधीमैंइ ङ्योए ताँ लल् आयोंरिगे बिसि टुच्यु बर्ष न्होंर्बै ब्ह्या लदा ङ्हाँबै म्हरेस्योमैंइ ब्ह्या लरिगे, च्ह-चमि फिसि छेनाले धिं नाँ चुसि टिरिगे बिब ङए सैं मुँ।
तिब्ले मत्त्रे ब्ह्या तबै टुच्यु बर्ष कैडोबै म्हरेस्योमैंए मिंमैं मत्त्रे सेवा लमिंबर थेंन्।
क्हेमैं चु पृथ्बीर बेल्ले सयल थोसि सैंर मैंब् धोंले छ्ह थोइमुँ। ख्रो पिंबै त्हिंइर सैबै ल्हागिर छोल्ले न्हथेंबै क्यु धोंले क्हेमैं छोइमुँ।
चमैंइ ङिम् ङिन् ग बिब् प्हैंसि थे-थेबै ताँमैं लम्, धै भर्खर आछ्याँबै घ्याँ पिसि छ्याँबै घ्याँर ल्हैदिब्मैंलाइ ज्युउँइँले खबै इच्छार लोब उँइँमिंसि फस्ला फस्लु लवाम्।
च च्हमिरिने ल्हैदिबै ताँन् ह्रेंर्बै म्हिमैं प्हाइ धोंले म्हेरइमुँ। पृथ्बीर्बै म्रुँमैं या च च्हमिरिने ल्हैदिइमुँ। च फ्यालुस्योइ तो लदा ङ्हाँमुँ चन् लप्रइमुँ, धै छों लब्मैं चने क्ह्रिसि प्लइमुँ।”
चइ खैले सयल लसि सुख योंल, छलेन् चए फिर दुःख नेरो शोक तल् पिंन्। तलेबिस्याँ ‘ङ चुर म्रुँस्यो तसि टिइमुँ। म्हरेस्योलाइ धोंले ङलाइ शोक तरिब् आरे, ङ क्रोब-म्होब खोंयोंइ लल् त्हुरिब् आरे!’ बिसि चइ मैंम्।
“चलाइ ख्रोंवाबै मिखु म्रोंसि च च्हमिरिने ल्हैदिसि सयल लबै पृथ्बीर्बै म्रुँमैं क्रोब-म्होब तसि थेबै शोक तब्मुँ।