तीतुस 1:10 - Garhwali10 अर यू इलै जरुरी च, किलैकि भौत सा लोग छिन, जु आज्ञाओं तैं नि मणदिन अर बेमतलब की बात करदिन, धोखा देन्दिन, अर खास कैरिके यू ऊ यहूदी लोग छिन, जु इन सिखौन्दिन कि खतना का रिवाज तैं पूरा करण जरुरी च। Faic an caibideilगढवली नयो नियम10 मि यु इलै बुल्णु छों किलैकि, भौत सा लोग जु सही शिक्षा कु विरोध करला, उ जु क्रूरता की बकवास कन अर दुसरो तैं धोखा दींण, खास कैरी कै यहूदी लोग जु विश्वासी बंणि गैनी जु उद्धार कु खतना पर जोर दींदिनि, Faic an caibideil |
मगर कुछ झूठ्ठा लोग जु कि लुकि-छिपी के सभा का बीच मा अयां छा, ऊंकी वजै से दिक्कत खड़ि ह्वे गै। अर वु ऊं जासूसों की तरौं छा, जु कि हमरि आजादी अर वे सम्बन्ध का बारा मा भौत अच्छे से जणदा छा, वु जणदा छा कि हम यीशु मसीह का द्वारा परमेस्वर का दगड़ा मा सम्बन्ध रखद्यां। अर वु लोग ईं आजादी तैं हम बटि छिनण चाणा छा, अर हमतै यहूदी नियम-कानूनों को गुलाम बणौण की पूरि कोसिस कना छा।
अर हम यू भि जणद्यां, कि परमेस्वर का नियम-कानून धरमी लोगु खुणि नि दिये गैनी, पर ऊं लोगु खुणि दिये गैनी जु लोग नियम-कानूनों तैं नि मणदिन, अर अधिकारी लोगु की बात नि मणदिन, परमेस्वर को आदर-सम्मान नि करदिन, पाप करदिन, दुष्ट जीवन जीण वळा छिन, अर परमेस्वर की बातों तैं नि मणदिन, अर ब्वे-बबों तैं जान से मरण वळा, अर हत्या भि करदिन।
“मगर फिर भि तुमरा खिलाप मा बुलणु खुणि मि मा कुछ ही बात छिन कि तुमरा बीच मा कुछ लोग इन्द्रया छिन जु कि बिलाम की शिक्षा तैं मणदिन, हाँ, बिलाम जैन राजा बालक तैं सिखै छौ कि कुछ इन कैर, ज्यां से कि इस्राएली लोग मूरतों का अगनै अरपण मा चड़ईं चीजों तैं खा, अर ऊं खुणि इन जाल बिछौ कि ऊंका नौना सरील का गळत सम्बन्ध तैं ही पूरु करण पर लग्यां रा।