दिब्य दरस 5:12 - Garhwali12 अर ऊ ऊँची आवाज मा इन गाणा छा कि, “हे बलिदान होयां मेम्ना तुमरि ताकत अर सामर्थ, तुमरो धन, अकल अर आदर-सम्मान, अर तुमरि बडै होणी रौ, किलैकि तुम ही तारीफ पौण का लैख छाँ।” Faic an caibideilगढवली नयो नियम12 अर उ चिनखा की तारीफ कनु कु गीत गांणा छा, “योग्य च, उ चिनखो च जै तैं मरै गै छो। हम वेकी महान सामर्थ, धन, ज्ञान अर शक्ति का कारण वे तैं महिमा अर स्तुति दींण चयणु च।” Faic an caibideil |
अर वु परमेस्वर का सेवक मूसा को गीत अर मेम्ना जु की यीशु च वेको यू गीत गाणा छा, “सर्वसक्तिमान प्रभु पिता, हे हमरा प्यार प्रभु यीशु, छाँ महान पवित्र तुम ही, एकमात्र बाटु तुमरो सच्चु, भरोसा का लैख केवल तुम ही, काम अदभुत महान सब ही। सदनि को राजा केवल तुम ही, आदर-सम्मान लोग करला सब ही आला तुमरा समणि, देस-देस का सभि झुकला तुमरा समणि, करला भक्ति अर बडै भि जाहीर ह्वे गै ऊं सभ्यों पर, करदा छाँ तुम सब कुछ सच्चै पर।”
अर ऊ एक नयू गीत गाण लगि गैनी ऊंन बोलि कि, “हे हमरा मालिक हे हमरा प्रभु पिता, दस्तावेज तैं लेण का लगीं मोरों तैं खुलण का काबिल छाँ तुम यीशु बलिदान सिरफ तुम होयां। तुमुन ही हरेक गोत्र का, जाति हरेक भाषा का, देस-देस का लोगु तैं, ल्वे से अपणा खरीदी च, तुमुन ही ऊं लोगु तैं बणै एक पुरोहित च, पिता परमेस्वर खुणि राज्य एक बणयूं च राज करला वु सभि, औण वळी धरती मा।”