दिब्य दरस 3:5 - Garhwali5 जु जीत हासिल करलु वेतैं पैरणु खुणि इन्नि सफेद कपड़ा दिये जाला, अर मि वेको नौ जीवन की किताब मा बटि नि मिठौलु, मगर मि अपणा पिता अर वेका स्वर्गदूतों का समणि वेका नौ तैं स्वीकार करलु। Faic an caibideilगढवली नयो नियम5 उ जु जीत पौदींनि ऊं तैं भि ऊंका जन सफेद कपड़ा पैरे जाला। मि ऊंका नौं वीं किताब बट्टी नि हटौलु जै मा पिता परमेश्वर ल ऊं लुखुं का नौं लिख्यां छिनी जौं तैं अनन्त जीवन मिललो। मि अपड़ा पिता का संमणी अर वेका स्वर्गदूतों का संमणी यु बतौलु की उ मेरा छिनी। Faic an caibideil |
अर जु दैंत तिन देखि, पैलि उ ज्यून्द छौ पर अब वु मोरि गै, मगर उ फिर से ज्यून्द ह्वेके अधलोक बटि निकळि के आलु, अर वेको नास फिर से ह्वे जालु। अर धरती पर रौण वळा जौं लोगु का नौ दुनियां की शुरुवात बटि जीवन की किताब मा नि लिख्यां छिन, वु सब लोग वे दैंत का दगड़ा मा जु कुछ भि ह्वे देखि के बड़ु ताजुब करला।