दिब्य दरस 12:9 - Garhwali9 अर खुंखार रागस अर वेका दूतों तैं धक्का मारी के धरती पर ढुळै गै। अर यू वु च जु दुनियां का लोगु का दगड़ा मा छल-कपट करदु, भौत पुरणु गुरौ, दुसरो पर दोष लगौण वळु, जैकू शैतान बुले जान्दु। Faic an caibideilगढवली नयो नियम9 यु बड़ो अजगर, उ ही च जु भौत बगत पैली गुरो का रूप मा दिखै छो, जै तैं शैतान या भंगार लगांण वलो भि बुल्दींनि। यु उ ही च जु ईं दुनिया का लुखुं तैं धोखा दींद अर अपड़ा दुष्टदूतों का दगड़ी धरती पर पटकी गै। Faic an caibideil |
अर उ धरती का लोगु तैं भरमौणु रै, किलैकि ये दैंत का पास समुन्दर वळा दैंत की तरौं चमत्कार करण को अधिकार दिये गै। अर ये दैंत न धरती का लोगु तैं समुन्दर वळा दैंत की मूरत बणौणु कू बोलि, हाँ वे ही दैंत की जैका मुण्ड़ पर तलवार से एक इन्दरि चोट लगि छै कि वेकी बचण की उम्मीद नि छै, मगर वेको उ घौ खूब ह्वे गै छौ।