इफिसुस 4:2 - Garhwali2 अर सच्चा मन से दीन अर नमर बणा, अर सबर रखण का दगड़ा-दगड़ि प्यार से एक-दुसरे की बातों तैं सौण वळा भि बणा। Faic an caibideilगढवली नयो नियम2 मतलब सैरी दीनता अर नम्रता सहित, अर सब्र रखि के प्रेम बट्टी एक हैंका की गलतियों तैं सहन कैरी ल्या। Faic an caibideil |
अर जु लोग तुमरि शिक्षा को विरोध करदिन, इन्द्रया लोगु तैं तुमतै नमर बणि के सिखौण वळु होण चयेणु, किलैकि विरोध करण वळा यू लोग शैतान की इच्छा तैं पूरि करणु खुणि वेका जाल मा फंस्यां छिन। अर यों लोगु तैं ईं उम्मीद का दगड़ा मा सिखौ, कि क्या पता परमेस्वर यों तैं भि पस्ताप करण को मन दे द्यो, ताकि यू भि सच्चै का ज्ञान तैं समझि जा अर चौकस ह्वेके शैतान का जाल बटि छुटी जा।