इफिसुस 3:1 - Garhwali1 इलै मि पौलुस, तुम लोगु तैं यीशु मसीह का शुभ समाचार सुनौण की वजै से कैद मा छौं, तुम लोग जु कि यहूदी जाति का नि छाँ। Faic an caibideilगढवली नयो नियम1 किलैकि पिता परमेश्वर ल खुद अन्यजातियों कु यु सब कैरी, मि पौलुस, तुम कु प्रार्थना करदु। मि जेल मा छों किलैकि मि तुम कु मसीह यीशु कि सेवा करदु छों। Faic an caibideil |
हे मेरा दगड़्यों, मि पौलुस यीशु मसीह की तरौं दया करण वळु, अर दीन सभौ को बणि के हमेसा तुम से बिन्ती करदु, मगर तुमरा बीच मा कुछ लोग इन्द्रया छिन जु कि इन बुल्दिन कि, “अरे, जब पौलुस तुमरा बीच रौन्दु तब उ बिल्कुल सीदु-सादु बणि के रौन्दु, मगर जब उ तुम से दूर चलि जान्दु त अपणी चिठ्ठीयों मा इन लिखदु जन कि उ तुमतै धमकी देणु होलु।”
अर वु लोग बड़ु मोन करदिन कि वु यीशु मसीह की सेवा करणा छिन। पर अब मि भि एक मूरख की तरौं तुमतै चितै देन्दु, कि मि यीशु मसीह खुणि भौत मेनत कनु छौं अर कई बार जेलखाना डळै ग्यों, अर भौत बार लोगु न मितैं बुरी तरौं से मारी, इख तक की कई बार मुरण वळु भि छौ मगर बचि ग्यों। अर मेरा दगड़ा मा यू सब इलै ह्वे किलैकि मि यीशु मसीह को सेवक छौं।