2 तीमुथियुस 1:15 - Garhwali15 अर तू जणदी ही छैई, कि आसिया मुलक का भौत सरा बिस्वासी लोग मितैं छोड़ के चलि गैनी। जौं मा बटि फूगिलुस अर हिरमुगिनेस छिन। Faic an caibideilगढवली नयो नियम15 तु जंणदी छै कि एशिया (एशिया) प्रान्त का सब लोग मि तैं छोड़ी के चलि गैनी, जौं मा फूगिलुस अर हिरमुगिनेस छिन। Faic an caibideil |
अर अगर इन्नि होणु रालु, त ईं बात की डौऽर च कि कैन भि हमरा काम तैं आदर-सम्मान नि देण, अर इथगा ही ना बल्किन मा महान अरतिमिस देवी का मन्दिर की सान भि खतम ह्वे जाण। अरे, या त वा देवी च जिं की भक्ति पूरा आसिया मा, इख तक की पूरि दुनियां का लोग भि करदिन। हे मेरा भैयों वीं की सान-सौकत माटा मा मिली जालि।”
अर जब पैलि दौं रोम देस मा मेरु न्याय करण खुणि मितैं कचैरी मा खड़ु किये गै छौ, त मितैं बचौणु खुणि कैन भि गवै नि देई, किलैकि सब लोग मितैं छोड़ के चलि गै छा। मगर फिर भि मेरु प्रभु मेरा दगड़ा मा छौ अर वेन मितैं ताकत देई, ताकि मि शुभ समाचार का परचार तैं पूरु कैर सैकु, अर जु लोग यहूदी जाति का नि छिन ऊं सभ्यों तैं शुभ समाचार सुणो। अर परमेस्वर न मितैं मौत का गिच्चा बटि बचै, अर मि इन प्रार्थना करदु कि जु लोग मितैं छोड़ि के चलि गै छा, परमेस्वर ऊंतैं माफ कैरो।