2 पतरस 3:9 - Garhwali9 अर प्रभु अपणा करार तैं पूरु करण मा कभि देर नि करदु, जन कि कुछ लोग समझदिन बल्किन मा वु त हमरा खातिर सबर रखदु, किलैकि परमेस्वर कै भि मनखि तैं नास होन्द देखि नि सकदु। पिता परमेस्वर त इन चान्दु, कि हरेक मनखि तैं पापों बटि पस्ताप करण को मौका मिलण चयेणु। Faic an caibideilगढवली नयो नियम9 कुछ लोग सुचदींनि कि प्रभु अपड़ा वापिस आंणा का वादा तैं पूरो कन मा देर कनु च। पर प्रभु इलै देर नि कनु च। बल्कि, उ तुम दगड़ी धीरज धरणु च। किलैकि कै तैं भि नाश नि कन चांद। पर चांद कि हर कुई अपड़ा मन तैं पापों बट्टी फिरौ अर गलत काम कन बंद कैरी द्यो अर वेमा ऐ जा। Faic an caibideil |
ठिक उन्नि पिता परमेस्वर भि मनखि का अपराधों तैं देखि के बड़ु गुस्सा च। अगर उ चौ त मनखियों तैं अपणी ताकत से दण्ड दे सकदु, मगर फिर भि वु सबर रखी के लोगु की सौन्दु। अर यू त वु लोग छिन जु कि नास होण का लैख छिन अर ऊंतैं देखि के वेतैं गुस्सा औन्दु, मगर फिर भि पिता परमेस्वर इथगा सबर रखणु च त यां मा वेकी क्या गळती?
अर जै बगत पितर नूह, पिता परमेस्वर का बुलण का मुताबिक जाज बणौणु छौ, वे बगत का लोगु न परमेस्वर की आज्ञा को पालन नि कैरी, अर पिता परमेस्वर सबर रखी के इन इंतजार कनु छौ, कि ऊ अपणा चाल-चलन मा बदळौ लेके आला, मगर इन नि ह्वे। तब पिता परमेस्वर न जल परलय कैरी, अर वे बगत मा कुछ ही लोग जाज मा बैठि के बचयै गैनी, अर ऊं मनखियों की गिनती आठ छै।