2 पतरस 1:5 - Garhwali5 इलै सुणा, कि तुम यों सब बातों मा बढण की पूरि कोसिस कैरा। याने कि तुम अपणा बिस्वास मा मजबूत, अर अपणा चाल-चलन मा अच्छा होन्दी जा, अर वेका दगड़ा-दगड़ि ज्ञान भि रखा, Faic an caibideilगढवली नयो नियम5 किलैकि तुम पिता परमेश्वर का स्वभाव मा सहभागी हूंणु कु बुलै ग्यां, तुम तैं भस मसीह पर विश्वास ही नि कन चयणु च, बल्कि तुम तैं हमेशा उ ही कनु को बड़ी कोशिश कन चयणी च जु दूसरों कु अच्छो च। अपड़ा विश्वास पर सद्गुण, अर सद्गुण पर समझ, तुम तैं न भस उ कन चयणु च जु अच्छो च, बल्कि तुम तैं इन लोग भि बनण चयणु च जु समझदारी ल बरतौ कन जंणदा छिनी। Faic an caibideil |
हे मेरा भै-बैंणो, तुम अपणी सोच तैं छुटा बच्चों की तरौं नि बणा, बल्किन मा समझदार बणा। अर अगर जु तुम बच्चों की तरौं ही बणण चन्द्यां, त बुरै खुणि बणा। अर या बात मि इलै बोन्नु छौं, किलैकि बच्चा कै की बुरै का बारा मा नि सोचदिन। अर जख तक पिता परमेस्वर की खासियत का बारा मा बात च, त तुम लोग स्यांणा लोगु की तरौं सोच रखा।
इलै हे मेरा भै-बैंणो, कुछ और बात भि छिन जु की सच्चि अर सोच-विचार करण का लैख छिन, अर यू वु बात छिन जु कि साफ अर पवित्र छिन अर यों बातों बटि प्यार किये जान्दु, अर यू खुश कैर देण वळी छिन, अर यों मा हरेक किसम का गुण पये जनदिन, अर यों बातों की तारीफ किये जान्दी, अर यू वु बात छिन जौं पर लगातार तुमतै अपणु ध्यान लगौण चयेणु।
हे मेरा भैयों, ठिक इन्नि तुम लोग भि अपणी-अपणी घरवळी का दगड़ा मा बड़ी समझदारी से अपणु जीवन ज्या। अर भले ही वा ताकत मा तुम से थुड़ी कमजोर ह्वे सकदी, मगर तुम वींतैं पूरु आदर-सम्मान द्या, अर ईं बात तैं समझि ल्या, कि पिता परमेस्वर न अपणी किरपा का द्वारा तुम दुईयों तैं वारिस होणु खुणि बुलयूं च। अर इन कैरिके तुमरि प्रार्थनाओं मा कुई रुकावट नि आली।