1 तीमुथियुस 1:5 - Garhwali5 अर आदेस देके समझाणो को कारण यू च, कि हरेक बिस्वासी मनखि आपस मा प्यार से रौ। अर यू प्यार सच्चा मन, शुद्ध दिल अर सच्चा बिस्वास से होण चयेणु। Faic an caibideilगढवली नयो नियम5 मेरी तुम तैं आज्ञा दींणु को कारण यु च कि तुम एक हैंका बट्टी शुद्ध मन अच्छा विवेक अर निष्कपट विश्वास बट्टी प्रेम कैरा। Faic an caibideil |
हे मेरा नौना तीमुथियुस, तू बिस्वास मा मजबूत बणयूं रौ। अर तिन परमेस्वर खुणि जु-जु काम करण छिन, वेका बारा मा भौत सा रैबर्यों न भविष्यबाणियाँ करिनी। अर जु कुछ भि ऊंका द्वारा बुले गै ऊंका मुताबिक ही मि त्वेतै आज्ञा देन्दु, कि तू एक सिपै की तरौं झूठ्ठा गुरु लोगु की शिक्षा का खिलाप एक अच्छी लड़ै कैर। अर सच्चा मन से अर बिस्वास रखी के इन्नि कनु रौ, किलैकि कुछ लोग न सच्चा मन का विचारों तैं नाकारियाली। फिर जन समुन्दर मा जाज टूटी के नास ह्वे जान्दु, ठिक उन्नि ऊंका बिस्वास को भि नास ह्वे गै।
किलैकि यीशु मसीह मा पाप ही नि छौ, अर वेन खुद तैं एक बलिदान का रुप मा पिता परमेस्वर का समणि दे दिनी, अर यू बलिदान आत्मिक अर सदनि तक रौण वळु च। इलै वेको ल्वे भौत जादा महान च, जु कि हमरा जमीर तैं शुद्ध करदु, ताकि हम ज्यून्दा परमेस्वर की पवित्र सेवा कैरी सैका। अर हम इन्द्रयो कुई भि काम नि कैरा, जु की हमतै सदनि की मौत की तरफा लेके जौ।